अमित शाह ने कश्मीर के शारदा मंदिर में नवरात्रि पूजा की प्रशंसा की

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कश्मीर स्थित शारदा मंदिर में हुई नवरात्रि की पूजा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह घाटी में शांति लौटने को दर्शाता है। कश्मीर के शारदा मंदिर में 1947 के बाद पहली बार शारदीय नवरात्रि पर पूजा अर्चना की गई।

शाह ने कहा कि मंदिर में पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ज्योति के फिर से प्रज्वलित होने का प्रतीक है।

कश्मीर के टीटवाल में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक नवनिर्मित शारदा मंदिर में सोमवार को नवरात्रि पर पूजा हुई। इस मंदिर का उद्घाटन इसी साल 23 मार्च को गृह मंत्री शाह ने किया था। मंदिर को उसी स्थान और शैली में बनाया गया है, जहां भारत के विभाजन से पूर्व मौजूद था। शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, ‘‘यह आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण है कि 1947 के बाद पहली बार नवरात्रि पूजा इस साल कश्मीर के ऐतिहासिक शारदा मंदिर में हो रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले, इस साल मंदिर में चैत्र नवरात्रि पूजा हुई थी और अब शारदीय नवरात्रि पूजा के मंत्र दोबारा मंदिर में सुनाई दे रहे हैं। यह मेरा सौभाग्य है कि 23 मार्च 2023 को मंदिर के पुनर्निर्माण के बाद उद्घाटन करने का मौका मिला।’’

शाह ने कहा, ‘‘यह न सिर्फ घाटी में शांति की वापसी का द्योतक है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारे राष्ट्र की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ज्योति के पुन: प्रज्वलित होने का प्रतीक है।’’मंदिर में हुई पूजा में पूरे देश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को न्याय मिलने की शुरुआत 2014 के बाद ही हुई: अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को न्याय मिलने की शुरुआत 2014 में नरेन्द्र मोदी सरकार बनने के बाद ही हुई।

यहां दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि 2014 के बाद 1984 के दंगों से संबंधित 300 मामले फिर से खोले गए और प्रत्येक मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘1984 के दंगों को कोई नहीं भूल सकता। मोदी सरकार के सत्ता में आने तक उन दंगों के मामले में किसी को सजा नहीं हुई। कई जांच आयोग बने, लेकिन नतीजा नहीं निकला। लेकिन मोदी ने एसआईटी बनाई, 300 मामले दोबारा खोले और जो दोषी थे उन्हें जेल भेजना शुरू किया।’’

शाह ने कहा कि इतने सालों के बाद मोदी सरकार ने 3,328 मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की प्रक्रिया को पूरा किया गया।

सिख गुरुओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि सिख समुदाय के लोग धर्म और कर्म दोनों को समान रूप से लेकर आगे बढ़ते हैं और जब धर्म के लिए बलिदान की बात आती है तो एक सच्चा सिख कभी पीछे नहीं हटता।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संघर्ष के दिनों से आज देश की सुरक्षा तक सिख भाइयों का बलिदान बेमिसाल है।

शाह ने सिख गुरुओं को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा, ‘‘मैं सिख धर्म की गुरु परंपरा के सामने सिर झुकाता हूं। सिख पंथ की 10 पीढ़ियों की गुरु परंपरा ने दुनिया के सामने हमलावरों के अन्याय और बर्बरता के खिलाफ संघर्ष और बलिदान का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है।’’

उन्होंने कहा कि नौवें सिख गुरु तेग बहादुर का देश के लिए योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकता।

शाह ने कहा कि कश्मीर की जनता पर मुगल शासक औरंगजेब के अत्याचारों के खिलाफ उनका सर्वोच्च बलिदान उनकी महानता को दर्शाता है।

गृह मंत्री ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु तेग बहादुर की स्मृतियों का उत्सव मनाने का फैसला किया था तो निर्णय लिया गया था कि उनके स्तुतिगान की शुरुआत लाल किले पर उसी स्थान से होगी जहां उनके बलिदान की घोषणा की गयी थी।

सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के संदर्भ में शाह ने कहा कि उन्होंने कई देशों में सभी धर्मों में समानता का पाठ पढ़ाया।

उन्होंने कहा, ‘‘उनके चरण कर्नाटक से लेकर मक्का तक पड़े थे। निस्वार्थ प्रेम के संदेश को प्रसारित करने के लिए उन दिनों इतनी लंबी पैदल यात्रा की कोई कल्पना नहीं कर सकता था।’’

शाह ने सिख धर्म में महिलाओं के सशक्तीकरण की परंपरा का भी उल्लेख किया।

संघर्ष और टकराव से किसी को लाभ नहीं होता: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 देशों की संसद के स्पीकर और संसदीय प्रतिनिधिमंडल के शिखर सम्मेलन में यह बात कही। प्रधानमंत्री ने साथ ही कहा कि हमें वैश्विक तौर पर एक दूसरे पर भरोसा करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को भी दूर करना होगा।

देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी जैसे व्यक्ति के हाथ में हो तो असाधारण परिणाम पक्के हैं- अमित शाह

अमित शाह ने बुधवार को कहा कि जब देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे संवेदनशील, परिश्रमी और समर्पित नेता द्वारा किया जाता है, तो असाधारण परिणाम अनिवार्य हो जाते हैं।

केद्रीय गृह मंत्री AMIT SHAH आज तेलंगाना में चुनाव प्रचार अभियान की करेंगे शुरुआत

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार की शुरुआत करते हुए मंगलवार को आदिलाबाद में एक जनसभा को संबोधित करने के साथ हैदराबाद में बुद्धिजीवियों के सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे।

कोई भी कानून 50 साल बाद पुराना हो जाता है : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को भारतीय दंड विधान (आईपीसी), दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी)और साक्ष्य अधिनियम को बदले जाने की जरूरत को उचित ठहराते हुए कहा कि कोई भी कानून 50 साल के बाद पुराना हो जाता है।

यहां 49 वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘‘1860 से 2023 तक आईपीसी, सीआरपीसी और साक्ष्य अधिनियम में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।’’ शाह ने कहा कि 50 साल के बाद कोई भी कानून पुराना हो जाता है। उन्होंने कहा कि अपराध का पैमाना बदल चुका है और अपराध करने का तरीका भी बदल चुका है लेकिन उनसे निपटने के तरीके में कोई परिवर्तन नहीं आया है।

उन्होंने हाल में संसद सत्र में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इस संबंध में पेश तीन नए विधेयकों के बारे में बताते हुए कहा कि एक बार इनके पारित हो जाने के बाद ये तीनों पुराने कानूनों का स्थान ले लेंगे जिससे देश को मामलों के निपटारे में असाधारण देरी से मुक्ति मिलेगी।

शाह ने कहा कि ‘‘अमृत काल में गृह मंत्रालय से लेकर आखिरी पुलिस थाने तक असंख्य सुधारों की योजना बनाई गयी है और उन्हें अब जमीन पर उतारने का समय है।

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रही है और ऐसे समय में हमारे ‘आर्थिक हब’ की सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए देश भर में हमारे पुलिस बल तथा कानून लागू करने वाली एजेंसियों को मजबूत करना जरूरी है ।

शाह ने कहा कि अमृत काल के दौरान हो रही पहली पुलिस विज्ञान कांग्रेस में छह विषयों को लिया गया है जिसमें 5जी युग में पुलिसिंग, नारकोटिक्स (मादक पदार्थ), सोशल मीडिया की चुनौतियां, सामुदायिक पुलिसिंग, आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियां, पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के बीच समन्वय शामिल हैं ।

शाह ने कहा कि कांग्रेस में शामिल विषय पूरी तरह से देश की आंतरिक सुरक्षा, कानून और व्यवस्था तथा सीमा सुरक्षा को कवर करते हैं।

केंद्र ने आतंकवाद को खत्म करने के लिए NIA और राज्य की एजेंसियों को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया

सम्मेलन में देश में आतंकवाद के खतरे का मुकाबला करने के लिए सभी केंद्रीय और राज्य खुफिया, सुरक्षा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा ‘एकजुट और समन्वित’ प्रयासों को तेज करने का संकल्प लिया गया, जिसमें आतंक के पूरे तंत्र को खत्म करने तथा आतंकी फंडिंग को रोकने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

दो वर्ष में देश से वामपंथी उग्रवाद का पूरी तरह सफाया हो जाएगा: अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि दो वर्ष में देश से वामपंथी उग्रवाद का पूरी तरह सफाया हो जाएगा।

वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए शाह ने यह भी कहा कि वर्ष 2022 में पिछले चार दशकों में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में हिंसा और मौतों की सबसे कम घटनाएं हुईं।

गृह मंत्री अमित शाह ने गांधी जयंती पर ‘बापू’ को किया नमन, शास्त्री को दी श्रद्धांजलि

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को गांधी जयंती के मौके पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन किया और कहा कि उन्होंने स्वदेशी, स्वराज, स्वावलंबन और स्वच्छता के दर्शन से जिस तरह स्वाधीनता आंदोलन के दौरान देश का नेतृत्व कर जनजागरण किया, वह आज भी सभी के लिए प्रेरणीय है।

प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से गांधी के ‘स्वच्छता ही सेवा’ के मंत्र को लागू किया: शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि जनभागीदारी की शक्ति से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से महात्मा गांधी के ‘स्वच्छता ही सेवा’ के मंत्र को लागू किया है।

दो अक्टूबर को गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सभी नागरिकों से स्वच्छता के लिए एक घंटे के श्रमदान की अपील पर शाह ने अहमदाबाद में स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया।

झाड़ू चलाकर शाह ने अहमदाबाद में रानीप बस स्टॉप और आसपास के क्षेत्र को साफ करने के अभियान में भाग लिया। शाह ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘स्वच्छता में ही भगवान का वास है।’’

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने समाज की कई समस्याओं को जन आंदोलन में बदल दिया है और स्वच्छता इनमें पहला है। गृह मंत्री ने कहा, ‘‘स्वच्छ भारत अभियान को जन भागीदारी की शक्ति से जोड़कर, प्रधानमंत्री मोदी ने गांधी जी के स्वच्छता ही सेवा के मंत्र को लागू किया है।’’

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेकर प्रत्येक भारतीय स्वच्छता को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाकर देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर आज मैंने अहमदाबाद में स्वच्छता अभियान में भाग लिया। आइए हम सब मिलकर स्वच्छ और स्वर्णिम भारत के निर्माण में योगदान दें।’’

प्रधानमंत्री की अपील पर रविवार को नेताओं से लेकर छात्रों तक सभी क्षेत्रों के लोगों ने स्वच्छता ही सेवा अभियान में हिस्सा लिया।