पीएम मोदी ने इसरो के नये प्रक्षेपण परिसर के शिलान्यास सहित कई परियोजनाओं का किया उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यानी बुधवार को तमिलनाडु में 17 हजार करोड़ रुपये से अधिक की नई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री मोदी ने थूथुकुडी के निकट कुलसेकरापट्टिनम में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के नए प्रक्षेपण परिसर का शिलान्यास किया। इसकी लागत लगभग 986 करोड़ रुपये है और इसके बनकर तैयार… Continue reading पीएम मोदी ने इसरो के नये प्रक्षेपण परिसर के शिलान्यास सहित कई परियोजनाओं का किया उद्घाटन

ISRO के एस्ट्रोसैट ने ‘एक्स-रे बाइनरी’ प्रणाली के रहस्य सुलझाने में वैज्ञानिकों की मदद की

भारत की पहली समर्पित अंतरिक्ष खगोल विज्ञान वेधशाला एस्ट्रोसैट ने ‘मैक्सी जे1820 प्लस 070’ नाम की ‘एक्स-रे बाइनरी’ प्रणाली के आसपास के रहस्यों को सुलझाने में वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम की मदद की है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मंगलवार को यह बात कही।

ISRO प्रमुख ने इनसैट-3डीएस के प्रक्षेपण से पहले आंध्र प्रदेश में मंदिर के दर्शन किए

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने जियोसिंक्रोनस लॉन्च व्हीकल (जीएसएलवी) रॉकेट से इनसैट-3डीएस मौसम उपग्रह के प्रक्षेपण से पहले शनिवार को नेल्लोर जिले में श्री चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर के दर्शन किए और मिशन की सफलता की कामना की।

सोमनाथ सुबह कुछ अन्य अधिकारियों के साथ एक अनुष्ठान में शामिल होने के लिए सुल्लुरपेटा में स्थित मंदिर पहुंचे और भगवान की मूर्ति पर पुष्प अर्पित किए।

सोमनाथ ने पत्रकारों से कहा, “मैं इस मिशन की सफलता के लिए चेंगलम्मा भगवती का आशीर्वाद लेने के लिए आज यहां आया हूं।”

इसरो प्रमुख ने कहा कि मौसम विज्ञान उपग्रह का प्रक्षेपण आज शाम 5:35 बजे निर्धारित है। इस मिशन का उद्देश्य मौसम, जलवायु और चक्रवातों पर नजर रखना है।

प्रक्षेपण से पहले इसरो के अधिकारियों के इस मंदिर के दर्शन की परंपरा 15 वर्ष से जारी है।

सोमनाथ ने चंद्रयान-3 और आदित्य-एल1 मिशन की पूर्व संध्या पर भी मंदिर के दर्शन किए थे।

इनसैट-3 डीएस मौसम उपग्रह के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती शुरू

मौसम उपग्रह इनसैट-3 डीएस के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती शुक्रवार को शुरू हो गई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने जानकारी दी।

संस्कृति मंत्रालय की झांकी में देखने को मिली लोकतंत्र की प्राचीन विरासत की झलक

गणतंत्र दिवस पर संस्कृति मंत्रालय की झांकी में बी आर आंबेडकर द्वारा देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को संविधान सौंपने की प्रतिकृतियों और लोकतांत्रिक लोकाचार को प्रतिबिंबित करने वाले प्राचीन प्रतीकों को प्रदर्शित किया गया। ‘‘भारत: लोकतंत्र की जननी’’ विषयवस्तु वाली यह झांकी परेड का हिस्सा बनी। गणतंत्र दिवस समारोह पर आधिकारिक पुस्तिका में… Continue reading संस्कृति मंत्रालय की झांकी में देखने को मिली लोकतंत्र की प्राचीन विरासत की झलक

गणतंत्र दिवस पर इसरो की झांकी में नजर आए चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1

गणतंत्र दिवस के अवसर पर निकाली गई झांकियों में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की झांकी बेहद आकर्षक रही और इसमें चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 को प्रमुखता दी गई। झांकी में इसरो के विभिन्न मिशनों में महिला वैज्ञानिकों की भागीदारी को भी प्रदर्शित किया गया। इसरो अगले वर्ष भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान को… Continue reading गणतंत्र दिवस पर इसरो की झांकी में नजर आए चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1

हमारे खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का मान बढ़ाया: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को देश के खिलाड़ियों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश को गौरवांवित किया है। उन्होंने साथ ही उम्मीद जताई कि इस साल होने वाले पेरिस ओलंपिक खेलों में भी भारतीय खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत के पदकों… Continue reading हमारे खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का मान बढ़ाया: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

ISRO ने रचा इतिहास, L1 प्वाइंट पर पहुंचा आदित्य… PM मोदी ने दी बधाई

इसरो ने आज इतिहास रच दिया है। आदित्य सैटेलाइट एल 1 प्वाइंट के हैलो ऑर्बिट में प्रवेश कर गया है। अब अगले पांच साल तक धरती से करीब 15 लाख किलोमीटर दूर से यह सैटेलाइट सूरज की स्टडी करता रहेगा।

इसरो का आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान आज पहुंचेगा अंतिम गंतव्य कक्षा में

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) सूर्य का अध्ययन करने के लिए देश के पहले अंतरिक्ष आधारित मिशन ‘आदित्य एल1’ यान को आज यानी शनिवार को पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर इसकी अंतिम गंतव्य कक्षा में स्थापित करेगा। इसरो अधिकारियों के अनुसार, अंतरिक्ष यान पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के… Continue reading इसरो का आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान आज पहुंचेगा अंतिम गंतव्य कक्षा में

‘ब्लैक होल’ की रहस्यमयी दुनिया का अध्ययन करने वाले एक्सपोसैट का ISRO ने किया सफल प्रक्षेपण

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आंध्र प्रदेश स्थित श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर से एक्स-रे पोलरिमीटर उपग्रह समेत कुल 11 उपग्रहों को लेकर जा रहे एक पीएसएलवी रॉकेट का सोमवार को यहां प्रक्षेपण किया गया।