Aditya L1 अंतरिक्ष यान अपने अंतिम चरण के निकट- एस सोमनाथ

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा कि सूर्य का अध्ययन करने से जुड़े भारत के पहले अंतरिक्ष मिशन के तहत प्रक्षेपित ‘आदित्य एल1’ अंतरिक्ष यान अपने अंतिम चरण के करीब है और एल1 बिंदु में प्रवेश करने की प्रक्रिया सात जनवरी, 2024 तक पूरी होने की उम्मीद है।

Amit Shah ने गगनयान के TV-D1 परीक्षण यान के सफल प्रक्षेपण की सराहना की

अमित शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘चंद्रयान तीन के सफल प्रक्षेपण के बाद हमारा देश अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और बड़ा कदम उठाने के लिए तैयार है। आज इसरो ने गगनयान के टीवी-डी1 परीक्षण यान का प्रक्षेपण कर अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और उल्लेखनीय यात्रा की पटकथा लिखी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं सफलता के इस महत्वपूर्ण अवसर पर हमारे वैज्ञानिकों और हमारे नागरिकों को हार्दिक बधाई देता हूं।’’

मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम से पहले इसरो ने किया परीक्षण यान का सफल प्रक्षेपण

इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने बाद में बताया कि किसी विसंगति के कारण प्रक्षेपण तय कार्यक्रम के अनुसार नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि टीवी-डी1 रॉकेट का इंजन तय प्रक्रिया के अनुसार चालू नहीं हो सका था।

इसके बाद, इसरो ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘प्रक्षेपण रोके जाने के कारण का पता लगा लिया गया है और उसे दुरुस्त कर दिया गया है।

पहले परीक्षण उड़ान के बाद इसरो गगनयान वाहन के तीन और मिशन को अंजाम देगा: ISRO प्रमुख S. Somnath

अंतरिक्ष विभाग के सचिव की भी जिम्मेदारी संभाल रहे सोमनाथ ने कहा, ‘‘गगनयान मिशन का पहला परीक्षण वाहन उड़ान 21 अक्टूबर को अंजाम दिया जाएगा। इसके बाद हम तीन और परिक्षण मिशन डी2, डी3, डी4 को अंजाम देंगे।’’

ISRO ने गगनयान मिशन की तैयारी तेज की, इस महीने के आखिर में ‘क्रू एस्केप सिस्टम’ का परीक्षण

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो)इस महीने के अंत में परीक्षण के लिए विकसित यान से अंतरिक्ष यात्रियों को निकालने की प्रणाली ‘क्रू एस्केप सिस्टम’ का परीक्षण करने की योजना बना रहा है।

चंद्रयान 3’ के रोवर ‘प्रज्ञान’ ने वह काम कर दिया है जो इससे अपेक्षित था: इसरो प्रमुख

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस. सोमनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनके चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ के रोवर ‘प्रज्ञान’ ने वह काम कर दिया है जो इससे किये जाने की अपेक्षा की गई थी और यदि यह वर्तमान निष्क्रिय अवस्था (स्लीप मोड) से सक्रिय होने में विफल रहता है तो भी कोई समस्या नहीं होगी।

ADITYA L-1 ने पृथ्वी की कक्षा से संबंधित चौथी प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी की: ISRO

भारत के पहले सूर्य मिशन के तहत सूरज के बाहरी वातावरण के अध्ययन के लिए भेजे गए ‘आदित्य-एल1’ यान की पृथ्वी की कक्षा परिवर्तन से संबंधित चौथी और आखिरी प्रक्रिया मंगलवार तड़के सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई।

भारत के ‘Aditya L-1’ अंतरिक्ष यान ने वैज्ञानिक आंकड़े जुटाने शुरू किए

भारत के ‘आदित्य एल-1’ सूर्य मिशन अंतरिक्ष यान ने आंकड़े जुटाने शुरू कर दिए हैं, जो पृथ्वी के चारों ओर मौजूद कणों के व्यवहार के विश्लेषण में वैज्ञानिकों की मदद करेंगे।

आदित्य L-1 ने ली Selfie, खींची पृथ्वी और चंद्रमा की तस्वीरें

इसरो के सोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल(पीएसएलवी-सी57) ने दो सितंबर को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से आदित्य एल-वन अंतरिक्ष यान को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था।

श्रीहरिकोटा से भारत का पहला सूर्य मिशन आदित्य L1 लॉन्च हुआ

भारत का पहला सौर मिशन आदित्य एल-वन (Aditya L1) शनिवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च हो गया है। मिशन ने सुबह 11.50 बजे उड़ान भरी।