अधिकारियों ने बताया कि मेंढर सेक्टर के बलनोई इलाके में यह जवान एक गश्ती दल का हिस्सा था। उसी दौरान संतुलन बिगड़ने से वह फिसल गया और उसकी सर्विस राइफल से गोली चल गई। उसका बायां पैर जख्मी हो गया ,जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अधिकारियों ने बताया कि मेंढर सेक्टर के बलनोई इलाके में यह जवान एक गश्ती दल का हिस्सा था। उसी दौरान संतुलन बिगड़ने से वह फिसल गया और उसकी सर्विस राइफल से गोली चल गई। उसका बायां पैर जख्मी हो गया ,जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अधिकारियों ने बताया कि जवानों ने सुबह करीब साढ़े छह बजे मेंधर के बालनोई इलाके में दो ड्रोन को घुसते हुए देखने के बाद गोलियां चलाईं, जिसके बाद रिमोट से उड़ाई जाने वाली ये मशीनें लौट गयीं।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों ने दो विस्फोटको का पता लगाकर उन्हें निष्क्रिय कर दिया है। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि, स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बलों को संदिग्ध सामग्री के बारे में सूचित किया।
विश्वसनीय सूचना पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया, जो पीओके स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो आकाओं द्वारा इस ओर भेजे गए हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी में शामिल था।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास एक वन क्षेत्र में बृहस्पतिवार को आग लग गई। अधिकारियों ने बताया कि, इस घटना में किसी के भी हताहत होने की सूचना नही है।
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि जब्त किया गया मादक पदार्थ हेरोइन है जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों रुपये आंकी गई है। यह मादक पदार्थ सीमा पर बाड़बंदी के करीब माल्टी क्षेत्र से बरामद हुआ।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में बृहस्पतिवार को हथियारों से लैस आतंकवादियों द्वारा सेना के 2 वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले में 5 सैनिकों के शहीद होने तथा 2 अन्य के घायल होने के बाद सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को इलाके के वन क्षेत्र में व्यापक घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। एक अधिकारी… Continue reading जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकवादियों को पकड़ने के लिए सेना द्वारा तलाशी अभियान किया गया शुरू
करनाह घाटी के लोगों के लचीलेपन का प्रतीक, ध्वज फहराने में बड़ी संख्या में वरिष्ठ सैन्य और नागरिक प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए।
इस अवसर पर, शान-ए-तिथवाल क्रिकेट ग्राउंड में तिरंगा कप 2023 क्रिकेट टूर्नामेंट के पहले संस्करण का भी उद्घाटन किया गया।
आइजोल के रहने वाले हेड कांस्टेबल कीमा 1996 में सीमा सुरक्षा बल में शामिल हुए थे और वर्तमान में बीएसएफ की 148वीं बटालियन में तैनात थे, जिसे अंतरराष्ट्रीय सीमा की हिफाजत का जिम्मा सौंपा गया है।