प्रत्यक्षदर्शियों ने रसोई गैस सिलेंडर से आग लगने की बात बताई है पर उपमहानिरीक्षक ने कहा, “आग कैसे लगी, इस बारे में तत्काल पता नहीं लग पाया है। जांच के बाद ही आग लगने के वास्तविक कारण की जानकारी मिल सकेगी।”
प्रत्यक्षदर्शियों ने रसोई गैस सिलेंडर से आग लगने की बात बताई है पर उपमहानिरीक्षक ने कहा, “आग कैसे लगी, इस बारे में तत्काल पता नहीं लग पाया है। जांच के बाद ही आग लगने के वास्तविक कारण की जानकारी मिल सकेगी।”
जिलाधिकारी प्रतिभा पाल ने कहा कि 40 घंटे के अभियान के बाद बचाव टीम रविवार को बच्चे तक पहुंच गई लेकिन उसमें कोई हरकत नहीं थी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘ कुछ राहगीरों ने पुलिस को बच्चों के डूबने की सूचना दी जिसके बाद फेज-दो पुलिस थाने के अधिकारी मौके पर पहुंचे। गोताखोरों की एक टीम और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को तलाश में लगाया गया, लेकिन शाम को तलाशी अभियान रोक दिया गया।’’
हरिसरन ने मंडी जिले के करसोग पुलिस थाने में नौ मार्च को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शिकायत में उन्होंने बताया था कि उनका पोता भीष्म कुमार अपने दोस्तों के साथ वाहन में तत्तापानी की ओर गया था, लेकिन वह घर नहीं लौटा। इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू की थी।
दिल्ली के केशोपुर मंडी इलाके में रविवार यानि आज एक बड़ा हादासा हुआ है। यहां दिल्ली जल बोर्ड प्लांट के एक बोरवेल में बच्चा गिर गया है। उसे निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मौके पर एनडीआरएफ, दिल्ली पुलिस और दिल्ली फायर सर्विस की टीम मौजूद है।
गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में 30 फुट गहरे बोरवेल में गिरी 3 वर्षीय बच्ची की एक अस्पताल में मौत हो गयी है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि लड़की को बोरवेल से निकाले जाने के बाद बेहोशी की हालत में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि… Continue reading गुजरात में 30 फुट गहरे बोरवेल से निकाली गयी 3 वर्षीय बच्ची की मौत
मंगलवार को एक ताज़ा भूस्खलन के कारण ध्वस्त सुरंग के मलबे के माध्यम से स्टील पाइप डालने के प्रयासों में बाधा उत्पन्न हुई। बताया गया है कि सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं और संचार स्थापित हो गया है। उन्हें राशन और अन्य जरूरी सामान भी मुहैया कराया जा रहा है।
इस राहत बचाव कार्य पर खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नजर बनाए हुए हैं। सभी मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए SDRF, NDRF एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन की टीमों द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। इस विषय में जिलाधिकारी से बात कर रेस्क्यू मिशन को तेज करने का निर्देश दिया है।
सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसएसडीएमए) के अनुसार, पकयोंग में सबसे अधिक शव बरामद किए गए हैं। जिले में मिले 26 शवों में से 15 आम नागरिकों तथा 11 शव सेना के जवानों के थे। एसएसडीएमए ने एक बुलेटिन में बताया कि मंगन में चार शव मिले, गंगटोक में आठ और नामची में दो शव बरामद हुए हैं।
फिरोजपुर में हुआ जलभराव लोगों के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। इस बीच एक किसान पानी के तेज बहाव में बह गया। बताया जा रहा है कि किसान ने खुद को बचाने के लिए कई घंटे तक पेड़ का सहारा लिया।