गौरतलब हो कि दो मई, 2014 को पुलिस ने उमरिया गांव में नदी के किनारे स्थित डेरों से वाजिद, नाजिमा व हाशिमा को पकड़ा। कुछ दस्तावेज मिले थे जिसमें आयकर निरीक्षक का नाम लिखा हुआ था साथ ही इनके पास से आयकर निरीक्षक के भाई का पर्स भी बरामद हुआ था जिसके बाद पूछताछ में इन लोगों ने अपना जुर्म कबूला और अन्य साथियों के बारे में बताया था।