पाकिस्तानी आतंकियों की टारगेट किलिंग कर रहा भारत?, ब्रिटिश अखबार के दावे पर हुए बवाल की कहानी जानिए

बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रहा है। खबर यह है कि भारत, पाकिस्तान में पनाह लिए अपने दुश्मनों का सफाया कर रहा है। बता दें कि भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों के लिए पाकिस्तान दुनिया की सबसे सुरक्षित जगह रही है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान में छिपे… Continue reading पाकिस्तानी आतंकियों की टारगेट किलिंग कर रहा भारत?, ब्रिटिश अखबार के दावे पर हुए बवाल की कहानी जानिए

“पाकिस्तान में घुसकर मारेंगे”, विदेशी मीडिया के दावे पर राजनाथ सिंह का दो टूक जवाब

अगर आतंकवादी भारत में शांति भंग करने की कोशिश करेंगे या आतंकी गतिविधियों को अंजाम देंगे तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। अगर वे पाकिस्तान भाग गए तो भारत उन्हें पड़ोसी देश में घुसकर मार गिराएगा। ये बात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए अपनी सरकार के स्पष्ट एजेंडे… Continue reading “पाकिस्तान में घुसकर मारेंगे”, विदेशी मीडिया के दावे पर राजनाथ सिंह का दो टूक जवाब

अमेरिका में 22 साल पहले भारतीय सहित दो लोगों की हत्या के दोषी को मृत्युदंड दिया गया

अमेरिका के ओक्लाहोमा राज्य में साल 2002 में एक भारतीय सहित दो लोगों की गोली मारकर हत्या करने के मामले में दोषी को बृहस्पतिवार को मृत्युदंड दिया गया।

Elon Musk ने भारत में ‘कम्युनिटी नोट्स’ कार्यक्रम का किया विस्तार

सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ ने भारत में अपने ‘कम्युनिटी नोट्स’ कार्यक्रम का विस्तार किया है।

यह एक तथ्य-जांच सुविधा है जो लोगों को संभावित रूप से भ्रामक पोस्ट के बारे जानने में मदद करती है।

भारत में ‘कम्युनिटी नोट्स’ कार्यक्रम की शुरुआत ऐसे समय पर की जा रही है जब दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाले लोकतंत्र में आम चुनाव शुरू होने जा रहे हैं। देश में 19 अप्रैल से एक जून के बीच सात चरणों में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है।

उद्योगपति एलन मस्क ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ ‘कम्युनिटी नोट्स’ अब भारत में सक्रिय…’’

‘एक्स’ पर ‘कम्युनिटी नोट्स’ के आधिकारिक खाते से भी इसके भारत में शुरू होने की जानकारी दी गई। इसके साथ ही अब यह 69 देशों में सक्रिय है।

Abu Dhabi के पहले हिंदू मंदिर में एक महीने के अंदर 3.5 लाख से अधिक भक्तों ने दर्शन किए

जनता के लिए खुलने के एक महीने के भीतर साढ़े तीन लाख से अधिक भक्तों ने अबू धाबी में बने पहले पत्थर निर्मित हिंदू मंदिर में दर्शन किए। मंदिर अधिकारियों की तरफ से यह जानकारी दी गई।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा फरवरी में इस मंदिर का उद्घाटन किया गया था। इस प्रतिष्ठित मंदिर को एक मार्च को आगंतुकों के लिए खोला गया था।

मंदिर के प्रवक्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “पहले महीने में, लगभग 3,50,000 भक्त और आगंतुक थे, जिनमें से 50,000 प्रत्येक सप्ताहांत (शनिवार-रविवार) आते थे। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सोमवार को मंदिर निजी प्रार्थनाएं आयोजित करता है और आगंतुकों के लिए बंद रहता है, जिसका अर्थ है कि परिसर मार्च में 31 दिनों में से केवल 27 दिनों के लिए आम लोगों के लिये खुला था।”

उन्होंने कहा, “मंगलवार से रविवार तक हर शाम, स्वामीनारायण घाट के तट पर शाम साढ़े सात बजे गंगा आरती की जाती है, जो भारत से लाए गए गंगा और यमुना के पवित्र जल का उपयोग करके बनाया गया है।”

भव्य मंदिर का उद्घाटन 14 फरवरी को एक लोकार्पण समारोह के दौरान किया गया था जिसमें 5,000 से अधिक लोग शामिल हुए थे।

मंदिर का निर्माण बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था द्वारा लगभग 700 करोड़ रुपये की लागत से दुबई-अबू धाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल रहबा के पास अबू मुरीखा में 27 एकड़ में किया गया है।

राजस्थान से लाई गईं 18 लाख ईंटों और 1.8 लाख घन मीटर बलुआ पत्थर से निर्मित यह अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर है जिसे अयोध्या के राम मंदिर की तरह ही वास्तुकला की नागर शैली में बनाया गया है।

बीएपीएस हिंदू मंदिर पूरे खाड़ी क्षेत्र में सबसे बड़ा है। यूएई के दुबई में तीन अन्य हिंदू मंदिर हैं।

प्रवक्ता ने कहा, “चूंकि मंदिर थोड़ा बाहरी इलाके में और रेगिस्तान के बीच में है, इसलिए आगंतुकों को मंदिर तक आसानी से आने की सुविधा देने के वास्ते सप्ताहांत के लिए शहर से सार्वजनिक बस सेवा शुरू की गई है।”

प्रधानमंत्री मोदी की 2015 में खाड़ी देश की दो दिवसीय यात्रा के दौरान, संयुक्त अरब अमीरात ने अबू धाबी में एक मंदिर के निर्माण के लिए भूमि आवंटित की। इस यात्रा का काफी कूटनीतिक महत्व था, क्योंकि इंदिरा गांधी के बाद मोदी 34 वर्षों में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस खाड़ी देश का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।

पाकिस्तान में लगभग एक करोड़ लोगों के गरीबी रेखा के नीचे जाने का जोखिम: विश्व बैंक

विश्व बैंक ने कहा है कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है। उसने आगाह किया है कि नकदी संकट से जूझ रहे देश में एक करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा के नीचे जा सकते हैं।

विश्व बैंक की यह आशंका 1.8 प्रतिशत की सुस्त आर्थिक वृद्धि दर के साथ बढ़ती मुद्रास्फीति पर आधारित है जो चालू वित्त वर्ष में 26 प्रतिशत पर पहुंच गयी है।

विश्व बैंक ने पाकिस्तान के वृद्धि परिदृश्य पर अपनी छमाही रिपोर्ट में संकेत दिया कि देश लगभग सभी प्रमुख वृहद आर्थिक लक्ष्यों को हासिल करने से चूक सकता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान अपने प्राथमिक बजट लक्ष्य से पीछे रह सकता है। वह लगातार तीन साल तक घाटे में रह सकता है। यह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की शर्तों के उलट है। मुद्रा कोष ने अनिवार्य रूप से अधिशेष की स्थिति की शर्त रखी हुई है।

रिपोर्ट के मुख्य लेखक सैयद मुर्तजा मुजफ्फरी ने कहा कि हालांकि पुनरुद्धार व्यापक है लेकिन यह अभी शुरुआती अवस्था में है। गरीबी उन्मूलन के जो प्रयास हो रहे हैं, वे पर्याप्त नहीं हैं।

इसमें कहा गया है कि आर्थिक वृद्धि मामूली 1.8 प्रतिशत पर स्थिर रहने का अनुमान है। वहीं लगभग 9.8 करोड़ पाकिस्तानी के पहले से ही गरीबी रेखा के नीचे हैं। इसके साथ गरीबी की दर लगभग 40 प्रतिशत पर बनी हुई है।

रिपोर्ट में गरीबी रेखा के ठीक ऊपर रह रहे लोगों के नीचे आने के जोखिम को बताया गया है। इसके तहत एक करोड़ लोगों के गरीबी रेखा के नीचे आने का जोखिम है।

विश्व बैंक ने कहा कि गरीबों और हाशिये पर खड़े लोगों को कृषि उत्पादन में अप्रत्याशित लाभ से फायदा होने की संभावना है। लेकिन यह लाभ लगातार ऊंची महंगाई तथा निर्माण, व्यापार तथा परिवहन जैसे अधिक रोजगार देने वाले क्षेत्रों में सीमित वेतन वृद्धि से बेअसर होगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान दिहाड़ी मजदूरों की मजदूरी केवल पांच प्रतिशत बढ़ी जबकि मुद्रास्फीति 30 प्रतिशत से ऊपर थी।

विश्व बैंक ने आगाह किया कि बढ़ती परिवहन लागत के साथ-साथ जीवन-यापन खर्च बढ़ने कारण स्कूल न जाने वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि की आशंका है। साथ ही इससे किसी तरह गुजर-बसर कर रहे परिवारों के लिए बीमारी की स्थिति में इलाज में देरी हो सकती है।

सरकारों के बीच हुए समझौते के तहत कामगारों का पहला जत्था भारत से इजराइल पहुंचा

भारत के 60 से ज्यादा कामगारों का पहला जत्था इजराइल पहुंच गया है। ये कामगार इजराइल में प्रशिक्षित मजदूरों की कमी का सामना कर रहे निर्माण उद्योग को बढ़ावा देने के मकसद से दोनों देशों की सरकारों (जी2जी) के बीच हुए समझौते के तहत यहां पहुंचे हैं।

बिचौलियों को दूर रखने और इजराइली परीक्षकों द्वारा आयोजित ‘स्क्रीनिंग टेस्ट’ के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाने के लिए दोनों देशों की सरकारों के बीच इस तंत्र को अमली जामा पहनाया गया है। इजराइली परीक्षकों ने भारत का दौरा किया था और उन्होंने भारतीय एजेंसियों के साथ इस प्रक्रिया में समन्वय भी किया था।

निर्माण मजदूरों का पहला जत्था मंगलवार शाम को देश पहुंचा।

भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने मंगलवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘(दोनों देशों के बीच) समझौते के तहत इजराइल जाने वाले 60 से अधिक भारतीय निर्माण श्रमिकों के पहले जत्थे को रवाना करने के लिए विदाई समारोह आयोजित किया गया। यह भारत के राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) सहित कई लोगों की कड़ी मेहनत का परिणाम है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि ये कामगार भारत और इजराइल के बीच पी2पी (लोगों के बीच) संबंधों के महान ‘दूत’ बनेंगे।’’

इससे पहले कारोबारियों के बीच (बी2बी) समझौते के तहत पिछले कुछ महीनों में 900 से ज्यादा कामगार भारत से यहां आ चुके हैं।

निर्माण उद्योग के सूत्रों ने धीमी गति पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि तीन महीने के दौरान ‘इजराइली कॉन्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन’ (आईसीए) द्वारा आयोजित ‘स्क्रीनिंग टेस्ट’ के माध्यम से भारत और श्रीलंका के 20,000 से अधिक कामगारों को निर्माण क्षेत्र में नौकरियों के लिए मंजूरी दी गई थी, लेकिन अबतक करीब एक हजार मजदूर ही यहां आए हैं।

उन्होंने देरी के लिए “नौकरशाही से जुड़ी प्रक्रियाओं” को जिम्मेदार ठहराया जिसमें सरकारों से विभिन्न अनुमतियां प्राप्त करना शामिल है।

बताया जाता है कि ज्यादातर चयनित कामगारों ने अपनी मौजूदा नौकरियों से इस्तीफा दे दिया है और वे इजराइल में काम करने के लिए वीजा मिलने का इंतजार कर रहे हैं।

एक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘इजराइली सरकार ने बार-बार इन प्रक्रियाओं को तेज करने के अपना इरादा प्रदर्शित किया है, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका है।”

माना जाता है कि इजराइल में सभी हितधारकों ने सरकार के साथ अपनी चर्चा में प्रक्रिया तेज करने के लिए कई योजनाओं का प्रस्ताव दिया है।

‘इजराइली कॉन्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन’ ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “सरकार ने हमें जो काम सौंपा, उसे रिकॉर्ड गति से पूरा किया गया। हमने कई हफ्ते पहले कामगारों के चयन के तीन दौर पूरे कर लिये थे, जिसमें 20,000 से अधिक कामगारों को काम पर रखने करने के लिए पेशेवर मंजूरी दी गई थी।”

पूर्व PM राजीव गांधी हत्याकांड के तीनों दोषी बुधवार को लौटे श्रीलंका

तमिलनाडु सरकार ने पूर्व में मद्रास उच्च न्यायालय को सूचित किया था कि विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) द्वारा निर्वासन आदेश जारी करने के बाद वे (सभी दोषी) घर वापस जा सकते हैं।

ताइवान में 25 साल बाद आया 7.5 तीव्रता का सबसे तेज भूकंप

ताइवान के तटीय क्षेत्र में 7.2 तीव्रता के भूकंप से राजधानी ताइपे हिल गई। भूकंप के झटकों से शहर के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई और दक्षिणी जापान और फिलीपींस के द्वीपों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है।

गाजा: इजराइली हमले में भारतीय मूल की महिला सहित छह सहायताकर्मियों की मौत

इजरायल द्वारा गाजा में किए गए हवाई हमले में ‘वर्ल्ड सेंट्रल किचन’ के छह अंतरराष्ट्रीय सहायताकर्मियों की मौत हो गई, जिसमें भारतीय मूल की एक महिला लालजावमी फ्रैंककॉम भी शामिल हैं। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।