सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद मेंटेनेंस अधिकारियों ने स्मॉग टावर का किया निरीक्षण

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को दोनों टावरों को तुरंत चालू करने का निर्देश भी दिया है। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया की पीठ ने कहा कि दिल्ली को साल-दर-साल ऐसे ही नहीं चलाया जा सकता।

दिल्ली में वायु प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई : आरडब्ल्यूए ने कूड़ा जलाने पर रोक लगाई

दिल्ली में शनिवार को लगातार पांचवें दिन वायु प्रदूषण के उच्च स्तर और धुंध की जहरीली परत का मुकाबला करने के अभियान में रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) भी आगे आए हैं और कूड़ा जलाने पर रोक लगाने, परामर्श जारी करने तथा संकट के तरीकों से निपटने के लिए चर्चा जैसे उपाय कर रहे हैं।

कई आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधियों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि हालांकि केवल सरकार अपने संसाधनों और विशेषज्ञता के साथ वायु प्रदूषण संकट से निपटने में सक्षम है, लेकिन हम हाउसिंग सोसाइटी और अपार्टमेंट में निवासियों की मदद करने के लिए अपना योगदान दे रहे हैं।

आरडब्ल्यूए ने कहा कि उन्होंने शहर में वायु प्रदूषण के मौजूदा खतरनाक स्तर को देखते हुए कुछ कदम उठाए हैं, जैसे ‘क्या करें और क्या न करें’ के बारे में सलाह जारी करना तथा कूड़े के जलाने पर रोक लगाना।

मॉडल टाउन आरडब्ल्यूए के संजय गुप्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने निवासियों को कूड़ा जलाने से रोकने के लिए एक नोटिस जारी किया है। हमने सुरक्षा गार्ड को भी किसी भी तरह की आग न जलाने का निर्देश दिया है।’’

कुछ आरडब्ल्यूए अपने निवासियों के साथ संवाद सत्र आयोजित कर रहे हैं, ताकि उन्हें वायु प्रदूषण के उच्च स्तर से खुद को बचाने के लिए विभिन्न उपायों के बारे में सलाह दी जा सके।

उत्तरी दिल्ली में एक आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष अशोक भसीन ने कहा, ‘‘हम संवाद सत्र का आयोजन कर रहे हैं, जहां हम लोगों को जब तक जरूरी न हो, बाहर न जाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। हम अपने क्षेत्र में साफ-सफाई भी सुनिश्चित कर रहे हैं और जहां भी जरूरत हो, पानी के छिड़काव की व्यवस्था की है।’’

दिल्ली और आसपास के इलाकों में हवा की गति में अपेक्षाकृत सुधार होने से शनिवार को प्रदूषण के स्तर में आंशिक गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा तय मानकों से अब भी पीएम2.5 का स्तर 80 गुना तक अधिक है।

दिल्ली और आसपास के इलाकों में लगातार पांचवे दिन जहरीली धुंध की मोटी परत छाई रही। चिकित्सकों ने इस स्थिति पर चिंता जताई है क्योंकि उनका मानना है कि इससे बच्चों और बुजुर्गों को सांस और आंख की समस्या हो सकती है।

मध्य दिल्ली के करोल बाग में एक आरडब्ल्यूए की अध्यक्ष गीता ने कहा, हवा ‘जहरीली’ हो गई है और सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति बहुत खराब है और दमा जैसी सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोग बुरी तरह प्रभावित हैं। मुझे भी बहुत तेज खांसी आ रही है।’’

यूनाइटेड रेजिडेंट्स ऑफ दिल्ली के महासचिव सौरव गांधी ने कहा कि कई आरडब्ल्यूए ने सलाह जारी कर लोगों से मास्क का इस्तेमाल करके और यथासंभव घर के भीतर ही रहकर खुद को बचाने की सलाह दी है।